देश की बिगड़ते माहौल के लिए सत्तारूढ दल और प्रतिपक्ष दोनों जिम्मेदार

गौतम चौधरी गोमांस के मामले में राजनीति कर रही है सभी राजनीतिक पार्टियां विगत दो-तीन महीनों से देश के अंदर एक अजीव सा माहौल देखने को मिल रहा है। यह वास्तविक अराजकता है या फिर समाचार माध्यमों की सुर्खियां मात्र बन रही है, इसपर विमर्श की जरूरत है। कुछ प्रेक्षक इस माहौल को बिहार विधानसभा चुनाव के साथ जोड़कर देख रहे हैं। कुछ का कहना है कि केन्द्र सरकार को जब से यह सूचना मिली है कि उनकी छवि खराब हो रही है, तभी से माहौल में नकारात्मक परिवर्तन आया है। कुछ लोग इस माहौल के साथ कॉरपोरेट मुनाफे को जोड़ रहे हैं, तो कुछ ऐसे भी लोग हैं जो दबी जुवान यह कह रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी योजनाबद्ध तरीके से बहुसंख्यकों के ध्रुविकरण पर काम कर रही है। इन तमाम बिन्दुओं के दो पक्ष हैं। जैसे उदारहण के तौर पर, भारतीय जनता पार्टी बहुसंख्यकों के ध्रुविकरण में लगी है, इसका दूसरा पक्ष यह है कि जो लोग भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगा रहे हैं, वह भी वही कर रहे हैं जिसके लिए वे भाजपा को बदनाम कर रहे हैं। खैर जो भी हो, चाहे कुछ लोग इसे समाचार माध्यमों की सुर्खियां ही माने, पर इसमें कही कोई संदेह नहीं है कि इस माहौ...