इससे तो हरीश रावत और कांग्रेस दोनों मजबूत होगी

गौतम चौधरी विगत कुछ दिनों से उत्तराखंड की राजनीतिक उठापटक चर्चा का केन्द्र बना हुआ है। इन दिनों प्रदेश की सियासत ने केन्द्रीय राजनीति को भी प्रभावित करना प्रारंभ कर दिया है। खबरों पर भरोसा करें तो उत्तराखंड के मामले को लेकर केन्द्र सरकार के मुखिया, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आनन-फानन में अपने मंत्रिमंडल की एक आपात बैठक की और तुरत-फुरत में राष्टपति शासन लगा दिया। राष्ट्रपति शासन लगाने के पीछे केन्द्र की रणनीति क्या है यह तो पता नहीं है लेकिन इस मामले को लेकर केन्द्र और भाजपा के प्रति गलत संदेश जाने का डर है। केन्द्र के इस निर्णय से पूरे देश में यह संदेश जाएगा कि मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा प्रतिपक्षी दलों के प्रदेश सरकारों में अधिनायकवादी डर पैदा करना चाहिती है। केन्द्र सरकार पर इस प्रकार के आरोप न केवल दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने लगाया है अपितु बिहार की नीतीश कुमार की सरकार भी लगा चुकी है। गोया आने वाले समय में क्या होगा यह तो वक्त बताएगा लेकिन इस पूरे प्रकरण से दो बातें तो पक्के तौर पर तय है। पहला पूरे देश में यह संदेश जाएगा कि भाजपा प्रतिपक्षी पार्टियों के द्वारा सं...