नूंह की घटना पर विशेष/ नकारात्मक राजनीति से परहेज कर उज्जवल भविष्य पर अपना ध्यान केंद्रित करें

गौतम चौधरी एक मुसलमान अपने प्रयासों के हर पहलू में, सामान्य से लेकर विशेष तक, कुरान और सुन्नत की शिक्षाओं का पालन करने के लिए बाध्य हैं। अल्लाह के नवी, पैगंबर हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने अपने उम्माह यानी मानने वालों को गहन ज्ञान प्रदान किया। उन्हें विभिन्न पहलुओं पर ज्ञान दिया, जो उन्हें वर्तमान जीवन के अस्तित्व में विजय और जीवन के बाद शाश्वत आनंद की ओर ले जाएगा। साथ ही, उन्होंने उन्हें ऐसे किसी भी कार्य या मामले के प्रति आगाह किया जो उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है और उन्हें नरक के खतरों की ओर ले जा सकता है। पैगंबर हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने तेरह वर्षों की अवधि तक अपने समर्पित साथियों के साथ कई प्रकार के उत्पीड़न झेले, बावजूद इसके मुसलमानों को मक्का की सीमाओं के भीतर सार्वजनिक प्रदर्शनों में शामिल होने से रोका। उन्होंने सड़कों को अवरुद्ध करने, सविनय अवज्ञा के कृत्यों में शामिल होने, या लक्षित हत्याओं के कृत्यों को अंजाम देने की साजिश से परहेज किया। यह कोई साधारण बात नहीं है। अन्य धार्मिक चिंतन में इस प्रकार के उदाहरण बहुत कम देखने को मिलते हैं। विपरीत प...