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Showing posts from April, 2016

संघमुक्त भारत नहीं शराबमुक्त भारत नीतीष का एजेंडा होना चाहिए

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गौतम चैधरी जनता दल युनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीष कुमार का नषामुक्त देष वाला अभियान अब रंग लाने लगा है। संभवतः नीतीष के इसी अभियान की लोकप्रियता को देखकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में अब यह प्रचार प्रारंभ किया जा रहा है कि वे जिस विमान में यात्रा करते हैं उस विमान में घोषित रूप से शराब परोसने पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। विगत दिनों सोषल मीडिया पर इस बात को जबरदस्त तरीके से प्रसारित करने का प्रयास किया गया। इस प्रकार का प्रचार, नीतीष के एंटी लीकर कंपेन के बाद ही क्यों किया गया, यह समझ से परे है लेकिन इससे इस बात को बल मिलने लगा है कि नीतीष के लीकर-फी इंडिया कंपेन का असर प्रधानमंत्री की छवि तक पर भारी पड़ने लगा है। यदि मोदी के बारे में यह कहा जा रहा है कि उनकी यात्रा वाले विमान में शराब परोसने पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है तो इस बात का प्रचार पहले भी किया जा सकता था लेकिन नीतीष के अभियान के बाद ही प्रधानमंत्री के बारे में इस प्रकार का प्रचार निःसंदेह नीतीष कुमार के अभियान की लोकप्रियता को चिंहित करता है। दूसरी ओर विगत दिनों दी हिन्दू के पहले पन्न

आर्थिक मामलों पर कमजोर पड़ने लगी है मोदी सरकार

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गौतम चौधरी  आज वित्तीय मामलों के कुछ समाचारों पर समीक्षा करने का मन बनाया। उसी लक्ष्य को लेकर लगभग आधा दर्जन हिन्दी और अंग्रेजी के अखबारों का आर्थिक पन्ना पढ़ा। अतः इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में भारत की वित्तीय स्थिति लगातार कमजोर हो रही है। हालांकि समाचार माध्यमों में कुछ ऐसी खबरें लगाई-दिखाई जा रही है, जिससे भारत की वास्तविक वित्तीय दषा का आकलन करना बेहद कठिन हो गया है लेकिन कुछ तथ्यों पर गंभीरता से मनन करने के बाद साफ हो जाता है कि भारत सरकार की वित्तीय नीति में कही न कही कोई न कोई खोट है और उसका प्रभाव अब भारत के आर्थिक प्रगति पर दिखने लगा है। वैसे मोदी सरकार के द्वारा किये जा रहे दावों में भी दम है क्योकि जिस गति से डालर के मुकाबले रूपये का अवमूल्यन हो रहा था उसमें कमी आयी है। मुद्रास्फीति की दर कम हुई है और थोड़े ही सही, महगाई पर लगाम जरूर लगा है लेकिन इस उपलब्धि को सरकार की नीतियों के साथ नहीं जोड़ा जा सकता है। सत्य तो यह है कि निर्माण क्षेत्र में जो महगाई में कमी आयी है उसका कारण विदेषी निर्यात में आई कमी है, न कि सरकार के द्वारा किया गया कोई प्रया

उत्तराखंड राजनीतिक संकट के तीन कारण

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इसके अलावे भाजपा के लिए कोई दूसरा विकल्प भी तो नहीं था! गौतम चैधरी विगत कई दिनों से मैं यही सोच रहा था कि आखिर उत्तराखंड के मामले में भारतीय जनता पार्टी एकदम से आक्रामक क्यों हो गयी। बड़े जांच पड़ताल के बाद मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि इसके पीछे तीन कारण मैजूद हैं। तीनों कारणों की व्याख्या से स्पष्ट हो जाएगा कि इस मामले में भाजपा का द्वंन्द्व क्या है। उन दिनों मैं उत्तराखंड में एक समाचार एजेंसी के लिए काम करता था। भुवन चन्द्र खंडूरी, प्रदेष के मुख्यमंत्री बनाये गये थे। बेहद इमानदार छवि लेकर राजनीति में आने वाले ज. खंडूरी के उपर उन दिनों कई आरोप लगे लेकिन उन आरोपों के बाद भी वे प्रदेष में अपनी लोकप्रियता बनाए रखने में कामयाब रहे। उन दिनों एक चर्चा जबरदस्त तरीके से चली कि ज. खंडूरी प्रदेष के जलस्रोतों पर व्यापक रूप से काम कर रहे हैं। इस काम के लिए उन्हें गुजराती पृष्ठभूमि की बिजली बनाने वाली कंपनी से सहयोग मिल रहा है। जब मैं इस मामले को लेकर खंडूरी जी के खास माने जाने वाले अधिकारी अरूणेन्द्र चैहान से बात की तो उन्होंने बताया कि सरकार के पास पूरे प्रदेष के जलस्रोतों की बिजली क्

भारत के लिए पाक से बड़ी चुनौती है चीन और आईएस

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दो पाकिस्तानी महिला विश्लेषणकर्त्ताओं का आकलन  गौतम चौधरी विगत दिनों पाकिस्तानी स्तंभकार मरियाना बाबर और पाकिस्तानी सेना की संरचना एवं रणनीति पर लगातार लिखने वाली आयशा सिद्दका को सुनने का मौका मिला। दोनों महिलाएं चंडीगढ़ के पीपल्स कनवेंशन सेंटर, सेक्टर 36 में भारत-पाक संबंधों पर बोलने आई थी। संयोग से उस कार्यक्रम का मैं भी हिस्सा था। चूकी दोनों महिलाएं बेहद समझदार थी और कही न कही पाकिस्तान की रणनीतिक कूटनीति से जुड़ी हुई लग रही थी। मुङो ऐसा लगता है कि उनके माध्यम से पाकिस्तान का स्टैब्लिसमेंट बोल रहा था। मरियाना बाबर भारत के एक हिन्दी दैनिक के लिए भी लिखती हैं। अच्छा लिखती है और हिन्दी हॉर्टलैंड में खूब पसंद भी की जाती हैं। इसलिए भी मुो उनको सूनना जरूरी था। दूसरी महिला पाकिस्तानी सेना की अर्थशास्त्र पर किताब लिख चुकी हैं। उस पूरे कार्यक्रम में दोनों महिलाओं ने बेहद सतर्क और समझदारी भरी बातें की लेकिन कई मामलों में उन्होंने पाकिस्तान का बचाव भी किया। वह यह मानने के लिए तैयार नहीं थी कि भारत में जो आतंकवादी घटनाएं घटती है उसके लिए पाकिस्तान जिम्मेबार है लेकिन भारत और पाकिस्तान की