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Showing posts from September, 2016

नीतीश और जयललिता के साथ गठबंधन की योजना में भाजपा

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गौतम चौधरी भारतीय जनता पार्टी और नरेन्द्र मोदी, दोनों को अब यह एहसास होने लगा है कि वे 2019 का आम चुनाव अपने दम पर नहीं जीत सकते हैं। हालांकि अखबार और समचार माध्यमों में माहौल यह बनाया जा रहा है कि आज भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता बरकरार है लेकिन जमीनी हकीकत इसके ठीक उलट है। इसका प्रमाण कई स्तर पर देखा जा सकता है। पहला तो उत्तर प्रदेश में लाख कोशिश के बाद मायावती और मुलायम के दक्कर में भाजपा खड़ी नहीं हो पा रही है, जबकि अपनी सीमित ताकत और गिरे हुए मनोबल के बाद भी कांग्रेस चर्चा में आ गयी है। मतदाता सव्रेक्षण कराने वाली कंपनियां लगातार यह कह रही है कि आज की तारीख में अगर उत्तर प्रदेश में चुनाव हो जाए तो बहन मायावती की बहुजन समाज पार्टी सबसे ज्यादा सीट जीतकर आएगी। उसका सीधा मुकाबला मुलायम सिंह के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी के साथ है। भाजपा अपने गठबंधन के साथ तीसरे स्थान पर बतायी जा रही है, जबकि कांग्रेस 40 से 50 सीट जीतने की स्थिति में है। प्रेक्षकों का मानना है कि उत्तर प्रदेश में इस बार बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाएगी।  पंजाब में सत्तारूढ ब

पाकिस्तान को पराभूत करने में नरेन्द्र मोदी का कूटनीतिक प्रयास कारगर

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गौतम चौधरी उरी आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार के द्वारा कड़े फैसले की प्रतीक्षा की जा रही थी। भारतीय अवाम को यह पक्का भरोसा था कि अबकी बार हमारी सरकार पाकिस्तान को जरूर कोई सबक देगी, जिससे वह आतंकी खेती करने से बाज आएगा। पहले तो लगा कि मोदी सरकार भी अपनी पूर्ववर्ती सरकारों की तरह ही निरा बयानबाजी ही करती रहेगी लेकिन थोड़ी प्रतीक्षा के बाद अब सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ निर्णय की प्रक्रिया प्रारंभ करती नजर आ रही है। मोदी सरकार का सार्क देशों के बीच पाकिस्तान को अलग-थलग करने की रणनीति अब रंग लाने लगी है। आतंकवाद के खिलाफ इस्लामाबाद में सार्क सम्मेलन का वहिष्कार यह कोई साधारण घटना नहीं है। अपने गठन के पूरे इतिहास में पहली बार सार्क सम्मेलन स्थगित किया गया है। अब ऐसा लगता है कि सार्क में पाकिस्तान बिल्कुल अलग पड़ जाएगा और भारत सार्क को अपने ढंग से नियंत्रित करने में सफल होगा। मोदी सरकार का यह स्वागत योज्ञ कदम है। क्योंकि लड़ाई किसी समस्या का समाधान नहीं है। लड़ाई अपने आप मे समस्या है। फिर हमारी आर्थिक स्थिति भी हमें लड़ने को इजाजत नहीं देती है।  यह पाकिस्तान के लिए बड़ा कूटनीतिक झटका

सांप्रदायिक सद्भाव का एक आदर्ष नमूना प्रस्तुत करता है पंजाब का मालेरकोटला

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कलीमुल्ला खान मालेरकोटला पंजाब की हैदर की दरगाह सांप्रदायिक सद्भावना व आपसी भाईचारे की ऐसी मिसाल है जहां न केवल हिन्दू, मुसलमान माथा टेकने जाते हैं अपितु सिख धर्मावलम्बी भी यहां इकट्ठे श्रद्धासुमन चढ़ाते हैं। दरगाह में मौजूद मोआज्जिन की नमाज पढ़ने के लिए दी जाने वाली आजान, नजदीक ही जर्ग-चौक पर स्थित एक मंदिर में होने वाली आरती की आवाज में बड़ी खूबसूरती के साथ समा जाती है। साड़ी तथा बुर्का पहने हुए औरतें आमतौर पर पंजाबी में बातचीत करती हुई यहां अक्सर देखी जा सकती है, चाहे वह राखी के त्योहार हों या ईद हर अवसर पर हिजाब से ढकी लड़की अपनी सहेली को राखी का चुनाव करते दिख जाती है यहां, या फिर कोई अन्य ऐसा ही अवसर पर चाहे वह हिन्दू की लड़की हो या मुसलमान की एक साथ अकसरहां देखी जा सकती है। मालेरकोटला में सांप्रदायिक सद्भावना की यह अनूठी मिसाल यहां के लोगों द्वारा अपनी कोषिषों के सहारे कायम की गई है, जिसे हाल के महीनों में कुछ बाहरी लोगों द्वारा पवित्र कुरानषरीफ की बेअदबी के कृत्यों द्वारा तोड़ने की कोषिष की गई। कोषिषें तो बड़ी हुई किन्तु दोनों समुदायों में मौजूद परस्पर भाईचारा टस से मस न कि

पंजाब को अशांत करने के फिराक में हैं अलगाववादी

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Gautam Chaudhary आसन्न विधानसभा चुनाव को हथियार के रूप में कर रहे उपयोग पंजाब में आतंकवाद पर लिखने से पहले 10 बार सोचना होता है। पंजाब में आतंकवाद के बारे में अब आम धारणा यह बन गयी है कि यहां आतंकवाद नहीं है। लेकिन प्रेक्षकों की मानें तो कुछ ऐसे तत्व आज भी पंजाब में सक्रिय हैं जो यदा-कदा आतंकवाद को जीवित रखने में अपनी भूमिका निभा जाते हैं। क्रमिक ढ़ंग से व्याख्या करना उचित रहेगा। साथ ही इस मामले को आने वाले समय में चुनाव से जोड़ कर भी देखा जा सकता है। पहले चरण में कथित हिन्दू नेताओं को टारगेट किया गया। पंजाब के स्टैबलिसमेंट से इस बात का प्रचार किया गया कि ये नेता खुद अपनी ताकत बढ़ाने के लिए अपने उपर आक्रमण करवा रहे हैं। जब जांच रिपोर्ट आई तो बात भी साफ हो गयी कि ये, खासकर िशवसेना से जुड़े हुए नेताओं का पहले से यही चरित्र रहा है। बात आई गयी हो गयी लेकिन उसके बाद पूरे पंजाब में हिन्दू, मुस्लिम, सिख समुदाय के धार्मिक चिंहों पर आक्रमण होने लगे। कहीं श्री गुरूग्रंथ साहिब जलाए गए तो कहीं गीता को अपवित्र किया गया। कहीं-कहीं पवित्र कुरआन की प्रतियां भी जलाए जाने का मामला सामने आया। तीसरे चरण

भारत के मुस्लिम विद्वानों व धार्मिक नेताओं के लिए एक सबक

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कलीमुल्ला खान यह आलेख मेरे मित्र कलीमुल्ला खान जी द्वारा मुझे उपलब्ध कराई गयी है। खान साहब छपरा बिहार के रहने वाले हैं और इस्लाम के बरेलवी फिरके से अपना ताल्लुक रखते हैं। उर्दू और फारसी में इन्होंने कई किताबें भी लिखी है। मैं अपने ब्लाग पर अब लगातार इनका आलेख प्रसारित करूंगा। इनके आलेख पर प्रतिक्रिया भी अपेक्षित है।  विगत दिनों दक्षिण भारत से एक खबर आई। खबर अच्छी है इसलिए जिक्र करना जरूरी समझता हूं। किसी मस्जिद में जुम्मे की नवाज के बाद मस्जिद के आलिम मौलवी ने अपनी तकरीर पेश की। अमूमन तरकीर में धार्मिक बातें बताई जाती है। इस्लाम और पैगम्बरों के इतिहास पर चर्चा होती है लेकिन खबर के अनुसरा यह तकरीर अन्य तकरीरों से भिन्न था। बातों बात में विद्वान मौलवी ने सरेआम आईएसआईएस को इस्लाम विरूद्ध घोषित कर दिया और साफ शब्दों में कहा कि जिस प्रकार आईएसआईएस वाले कुरानमजीद और हदीस की व्याख्या करते हैं वह इस्लाम है ही नहीं। इमाम साहब ने कहा कि जेहाद का मकसद दूसरे धर्म या संप्रदाय वालों की हत्या नहीं है। जेहाद का मतलब साफ तौर पर जो मानवता के धर्म की धज्जियां उड़ाता है उसके खिलाफ धार्मिक संघर्

पंजाब में हंग असेंबली के आसार, तीन नहीं अब चार धरों के बीच होगी लड़ाई

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गौतम चौधरी अभी पंजाब विधानसभा चुनाव का बिगुल बजा भी नहीं है लेकिन सियासी दलों ने अपनी चतुरंगनी सेना सजा ली। पारंपरिक रूप से इस बार भी सत्तारूढ अकाली-भाजपा गठबंधन के साथ मुख्य विपक्षी कांग्रेस की लड़ाई का ही लब्बोलुआब सामने आ रहा है लेकिन इन दिनों जिस प्रकार आम आदमी पार्टी ने अपनी पकड़ और बढ़त मजबूत की है उससे अब साफ लगने लगा है कि यह दिल्ली विधानसभा चुनाव की तरह दोनों महबूत सियासी आधार वाले दलों को धूल चटाकर ही दम लेंगी। हालांकि प्रेक्षकों का आकलन है कि कई विवादों के साथ दो-चार होने और कई कद्दाबर नेता के पार्टी से निकाले जाने के बाद से आम आदमी पार्टी की छवि को थोड़ा धक्का लगा है और उसका सियासी ग्राफ भी थोड़ा डाउन गया है लेकिन हकीकत कुछ और बयां कर रही है। पंजाब के ग्रामीण इलाकों में लोग यही कहते सुने जा रहे हैं कि दो दलों के बीच के बंदर-बांट को हम बराबर से देखते रहे हैं। इस बार तो एक मौका आम आदमी पार्टी को जरूर देंगे। छोटी-छोटी रैली से लेकर बड़ी रैलियों तक में जो भीड़ एकत्रित हो रही है आप के नेता उसे अपनी पूंजी बताते हैं और कहते हैं कि हम इन्ही ताकतों के कारण पंजाब फतह कर पाएंगे। आम

सवालों के घेरे में है दो ध्रुवीय हो रहे विष्व में एक की तरफदारी

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Gautam Chaudhary इन दिनों लगातार प्रचार यह किया जा रहा है कि भारत के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका का जो हाल के दिनों में साजो-सामान आदान-प्रदान सहमति करार (एलईएमओए) हुआ है वह अपरिहार्य था और उसके अलावा भारत के पास और कोई दूसरा विकल्प ही नहीं था। यह भी प्रचारित किया रहा है कि चीन व पाकिस्तान की दोस्ती और उस दास्ती में रूस का तीसरा साझेदार बनकर उभरना, भारत के सामरिक हितों पर चोट पहुंचा रहा था। ऐसे में भारत की नरेन्द्र मोदी सरकार के लिए एकमात्र रास्ता संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ का सैन्य समझौता ही बचता था और उस एक मात्र रास्ते को नरेन्द्र मोदी की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक सराकर ने अपनाया, जो सही समय पर लिया गया सही रणनीतिक फैसला है। इस फैसले को लेकर भारत के तमाम समाचार माध्यमों में माहौल भी बनाये जा रहे हैं। अंग्रेजी से लेकर तमाम भारतीय भाषाओं में आलेख लिखे जा रहे हैं। कुछ समर्थन में तो विरोध में, लेकिन उन आलेखों को बारीकी से पढने पर एक ही बात ध्यान में आती है कि यह तमाम उपक्रम भारत-अमेरिका सैन्य रणनीतिक समझौते को स्वीकार्यता प्रदान करवाने के अलावा और कुछ नहीं है। यह समझैता भारत के लिए कितन

पंजाब और पंजाबियत की भलाई के लिए सिमरजीत और परगट के साथ बनाया मंच-नवजोत सिंह सिधू

पूरी रणनीति की घोषणा 15-20 दिन बाद करूंगा भाजपा में हूं या नहीं यह सवाल भाजपा वालों से पूछिए गौतम चौधरी चंडीगढ़। आवाज-ए-पंजाब कोई पार्टी नहीं, मंच है। मैंने परगट सिंह और सिमरजीत सिंह बैंस के साथ मिलकर पंजाब की समस्याओं का समाधान के लिए एक मंच का गठन किया है। यह कहना है पूर्व राज्यसभा सांसद भाजपा नेता नवजोत सिंह सिधू का। वीरवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित एक पत्रकार वर्ता में नवजोत सिंह सिधू ने साफ शब्दों में कहा कि मैं भाजपा में हूं या नहीं यह सवाल भाजपा के नेताओं से पूछिए, मैं इसका जवाब नहीं दूंगा।  आज के पत्रकार वर्ता में सिधू ने कई बातों का खुलासा किया और कहा कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविन्द केजरीवाल से मैंने कुछ भी नहीं मांगा लेकिन जब मैंने उनसे यह कहा कि पंजाब में मेरी भूमिका क्या होगी तो उन्होंने कहा कि आपकी प}ी को टिकट दूंगा और मंत्री भी बनाउंगा। मैं वापस चला आया जब मैंने अपनी प}ी को इस बात की जानकारी दी तो उन्होंने कहा कि दौड़ से पहले ही हमें दौड़ छोड़ने के लिए कहा जा रहा है। सिधू ने कहा कि पंजाब हमारा है यदि मैंने अपनी पार्टी को मां कहा था तो जननी

सिद्धू, परगट व बैंस बन्धू ने बनाया नया राजनीतिक मोर्चा

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08 सितम्बर को दे सकती हैं विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा   Gautam chaudhary चंडीगढ़। राज्यसभा से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी को चौंका देने वाले नवजोत सिंह सिद्धू ने अब एक नई गुगली फेंकी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को भी झटका देते हुए सिद्धू द्वारा पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए नए मोर्चे के गठन की घोषणा की है। उन्होंने इस नए मोर्चे का नाम आबाज-ए-पंजाब रखा है। पूर्व सांसद सिद्धू ने पूर्व हॉकी खिलाड़ी व मैजूदा जालन्धर छावनी के विधायक परगट सिंह, लुधियान दक्षिण से निर्दलीय विधायक सिमरनजीत सिंह बैंस एवं बलविन्दर सिंह बैंस के साथ मिलकर पंजाब में आबाज-ए-पंजाब नाम से एक नया फंट्र बनाया है, जियकर अधिकारिक घोषणा आगामी 08 या 09 सितम्बर को होने की संभावना जताई जा रही है।   शुक्रवार को विधायक परगट सिंह ने सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर कर नए फ्रंट की जानकारी दी है। इस अवसर पर नवगठित पार्टी आवाज-ए-पंजाब के नेता विधायक सिमरनजीत सिंह बैस ने कहा कि पार्टी के ढ़ांचे का गठन आगामी एक-दो दिन में कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी पंजाब की सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने यह

विभाजन की ओर ‘आप’ पंजाब

छोटेपुर के समर्थन में उतरी प्रदेश की सात जोनल कमेटी विभाजन की ओर ‘आप’ पंजाब आज दरवार साहिब में माथा टेकेंगे छोटेपुर  ‘आप’ पंजाब बौद्धिक सेल कन्वीन भारद्वाज ने पार्टी छोड़ने की दी धमकी Gautam Chaudhary चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी (आप) में विवादों का कारवां रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। जहां एक ओर आज सेक्टर 36 स्थित पीपल्स कन्वेंसन सेंटर में आयोजित पत्रकार वार्ता में आप पंजाब के 07 जोनल कन्वीनरों ने सुच्च सिंह छोटेपुर के पक्ष में अपनी सहमति व्यक्त की वहीं दूसरी ओर प्रेस क्लब में आयोजित एक पत्रकार वर्ता में पार्टी के बौद्धिक विंग के संयोजक आर आर भारद्वाज ने साफ शब्दों में घोषणा की कि अगर पार्टी सुच्च सिंह छोटेपुर को इज्जत के साथ फिर से कन्वीनर बहाल नहीं की तो प्रदेश का कन्वीनर सेल पार्टी से इस्तीफा दे देगा।   उपस्थित मीडिया के प्रतिनिधियों से बात करते हुए आनंदपुर साहिब जोन कन्वीनर जे एस धारीवाल ने कहा कि बाहरी ताकत ने पंजाब में चल रही परिवर्तन की आंधी को रोकने के लिए एक षडय़ंत्र के तहत सुच्च सिंह छोटेपुर को बदनाम किया है। उन्होंने कहा कि पूरे पंजाब को 13 जोनों में बांटा गया है

आम आदमी पार्टी में गहराया विवाद, विभाजन की ओर आप

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गौतम चौधरी आम आदमी पार्टी (आप) छोड़ चुके पार्टी के पंजाब फइनांस कमेटी सदस्य हरदीप सिंह किंगड़ा ने एक पत्रकार वर्ता आयोजित कर पंजाब पार्टी प्रभारी संजय सिंह एवं दुर्गेश पाठक पर वित्तिय अनियमित्ता का आरोप लगाया है। किंगड़ा ने सुच्चा सिंह छोटेपुर को निदरेश बताया और कहा कि पंजाब में जितने भी बैंक खाते हैं उसमें से किसी बैंक खाते को छोटेपुर ऑपरेट नहीं करते जबकि उन खातों में से चार खातों को दुर्गेश पाठक के निकटस्थ आज भी ऑपरेट कर रहे हैं।  चंडीगढ़ प्रेस कल्ब में आयोजित पत्रकार वर्ता के दौरान किंगड़ा ने एक ऑडियो भी जारी किया जिसमें दुर्गेश पाठक के बेहद करीबी बताए जा रहे अमरीश त्रिर्खा को किसी आप नेता से बात करते बताया गया है। ऑडियो की व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा कि उक्त नेता को यह बताया जा रहा है कि वे यदि दुर्गेश पाठक के साथ मीटिंग करना चाहते हैं तो उन्हें प्रति माह पांच लाख रुपये देना पड़ेगा। हालांकि ऑडियो जो वहां सुनाया गया उसमें वार्ता स्पष्ट सुनाई नहीं दे रही थी पर इतना जरूर सुना जा रहा था कि पांच लाख दोगे तो दुर्गेश जी से मुलाकात हो जाएगी। किंगड़ा ने आगे बताया कि बीते लोकसभा च