विभाजन की ओर ‘आप’ पंजाब

छोटेपुर के समर्थन में उतरी प्रदेश की सात जोनल कमेटी
विभाजन की ओर ‘आप’ पंजाब
आज दरवार साहिब में माथा टेकेंगे छोटेपुर 
‘आप’ पंजाब बौद्धिक सेल कन्वीन भारद्वाज ने पार्टी छोड़ने की दी धमकी
Gautam Chaudhary
चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी (आप) में विवादों का कारवां रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। जहां एक ओर आज सेक्टर 36 स्थित पीपल्स कन्वेंसन सेंटर में आयोजित पत्रकार वार्ता में आप पंजाब के 07 जोनल कन्वीनरों ने सुच्च सिंह छोटेपुर के पक्ष में अपनी सहमति व्यक्त की वहीं दूसरी ओर प्रेस क्लब में आयोजित एक पत्रकार वर्ता में पार्टी के बौद्धिक विंग के संयोजक आर आर भारद्वाज ने साफ शब्दों में घोषणा की कि अगर पार्टी सुच्च सिंह छोटेपुर को इज्जत के साथ फिर से कन्वीनर बहाल नहीं की तो प्रदेश का कन्वीनर सेल पार्टी से इस्तीफा दे देगा।  
उपस्थित मीडिया के प्रतिनिधियों से बात करते हुए आनंदपुर साहिब जोन कन्वीनर जे एस धारीवाल ने कहा कि बाहरी ताकत ने पंजाब में चल रही परिवर्तन की आंधी को रोकने के लिए एक षडय़ंत्र के तहत सुच्च सिंह छोटेपुर को बदनाम किया है। उन्होंने कहा कि पूरे पंजाब को 13 जोनों में बांटा गया है जिसमें से 07 जोन कन्वीनर यहां उपस्थित हैं और वे सारे के सारे छोटेपुर के साथ हैं। 
धारीवाल ने कहा कि हमलोगों ने अपनी चार सूत्री मांग केन्द्रीय समिति को भेजी थी और कहा था कि उसपर एक सितम्बर तक अमल किया जाए लेकिन उनकी ओर से कोई अभी तक कोई संदेश प्रप्त नहीं हुआ है। ऐसे में हमलोग यह मान कर चल रहे हैं कि केन्द्रीय समिति बाहरी लोगों के दबाव में है और पंजाब के लोगों को नजरअंदाज कर अपने ढंग से पंजाब को चलाना चाहती है। धारीवाल ने कहा कि 03 सितम्बर को छोटेपुर दरबार साहिब जाकर माथा टेकेंगे और उसके बाद पंजाब के वोलंटियरों के साथ चर्चा करेंगे। धारीवाल ने कहा कि उस मीटिंग के बाद जो तय होगा उसके आधार पर आगामी कार्यक्रम तय किए जाएंगे। पत्रकार वार्ता के दौरान आनंदपुर साहिब जोन कन्वीनर जे एस धारीवाल के अलावा, जालन्धर जोन कन्वीनर डॉ. एच एस चीमा, अमृतसर जोन कन्वीनर गुरिंदर सिंह बाजवा, बठिंडा जोन कन्वीनर नरिंदर पाल, गुरदासपुर जोन कन्वीनर अमरदीप सिंह, खडूर साहिब जोन कन्वीनर इकवाल सिंह भागोवालिया एवं फिरोजपुर जोन के पूर्व जोन कन्वीनर गुरप्रीत सिंह संधू उपस्थित थे। 
धारीवाल ने कहा कि हमलोगों ने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविन्द केजरीवाल को चार सूत्री मांग भेजी है। उन्होंने कहा कि सुच्च सिंह छोटेपुर को फिर से पूरी ताकत देकर पंजाब का कन्वीनर नियुक्त किया जाए, दिल्ली से आए सभी नेताओं को वापस बुलाया जाए, पार्टी द्वारा जारी किए गए 32 विधानसभा उम्मीदवारों को छोटेपुर के द्वारा फिर से जांच किए जाने की अनुमति दी जाए और अब अन्य उम्मीदवारों की सूचि प्रदेश के जमीनी कार्यकत्र्ताओं को ही दिया जाए। धारीवाल ने कहा कि इन चार सूत्री मांग पर केन्द्रीय समिति या केजरीवाल के किसी प्रतिनिधि का अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। इससे यह साबित होता है कि पार्टी पहले से ही यह तय करके बैठी हुई है कि प्रदेश के नेताओं की भावनाओं को किसी कीमत पर तरजीह नहीं दी जाएगी। पार्टी का केन्द्रीय नेतृत्व हमलोगों को अलग से अपनी रणनीति बनाने पर मजबूर कर रहा है। उन्होंने कहा कि छोटेपुर को हल्के में न लें हमलोग उनके साथ हैं और हमलोगों ने ही पंजाब में पार्टी को खड़ा किया है। इसलिए पंजाब की आम आदमी पार्टी दिल्ली से आयातित लोगों की नहीं है यह पंजाब के लोगों की है और पंजाब के नेता जो तय करेंगे वही होगा। क्षद्म नेताओं को किसी कीमत पर यहां चलने नहीं दिया जाएगा। 
इधर पंजाब आप के बौद्धिक सेल कन्वीनर आर आर भारद्वाज ने भी पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। भारद्वाज ने अपने पत्रकार वार्ता के दौरान आप के केन्द्रीय नेतृत्व पर पंजाब की जनता के साथ धोखा देने का आरोप लगाया और कहा कि प्रदेश में दो स्थापित राजनीतिक गिरोहों से जनता निजात चाहती थी और यही कारण है कि प्रदेश की जनता ने आम आदमी पार्टी को हाथोहाथ लिया लेकिन सुच्च सिंह छोटेपुर के प्रकरण ने पंजाब की जनता को सोचने के लिए विवस कर दिया है। भारद्वाज ने आप के केन्द्रीय नेतृत्व पर बाहरी ताकत के दबाव में काम करने का आरोप लगाया। भारद्वाज से जब यह पूछा गया कि आगे की आपकी योजना क्या है तो उन्होंने कहा कि यदि मेरे द्वारा उठाए गए मांग को पार्टी नहीं मानती है तो प्रदेश का बौद्धिक सेल के सारे सदस्य पार्टी से इस्तीफा दे देंगे। फिर बौद्धिक कन्वीनरों की बैठक के बाद सामूहिक फैसला लिया जाएगा।  

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